शराबी वयक्ति को कैसे समझे और कैसे उसके साथ परिवार अपनी जिंदगी जिये -
अगर आप भी अपने घर में किसी शराबी व्यक्ति की वजह से बहुत परेशान हैं तो उसकी शराब छुड़ाने के लिए क्या करें और कया न करें, और किस प्रकार उसके साथ बर्ताव करें आज मैं आपके साथ इस विषय पर article शेयर कर रही हूं ।
हो सकता इसे पढकर आपकी जिंदगी में भी बदलाव आ जाये। और आप शराबी समझ कर उसके साथ जीना सिख जाए।
शराबी दो प्रकार के होते हैं-
सबसे पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि आपके घर में पीने वाला व्यक्ति कितनी शराब पीता है और उसका पीने के बाद किस तरह का बर्ताव होता है ,क्योंकि शराब पीने वाले व्यक्ति दो प्रकार के होते हैं एक दुसरो को परेशान करने वाले और दूसरे पीकर सोने वाले।
एक शराबी तो वो होते हैं जिनको अपनी लिमिट का पता होता है कि कितनी पिनी है और कितनी नही। कुछ लोग दो पैग पीने के बाद खाना खाकर सो जाते है।
और दूसरे प्रकार के शराबी वो होते हैं जिनको ना तो सुबह का पता है और ना ही शयाम का पता बस सिर्फ बोतल खुलनी चाहिए। उन लोगों को इस बात की समझ ही नही किस टाइम पर नहीं पीनी है। ऐसे लोगों का ना खाने का टाइम है न सोने का पता है।
ऐसे लोगों का अपने पिने के ऊपर कोई कंट्रोल नही है। ये जरूरत से ज्यादा शराब पीते हैं
ऐसे लोगों को हम शराबीपन का शिकार या बीमार इन्सान कहते है ,और फिर ऐसे लोगों के लिए पीने के बाद हंगामा और मारपीट तो उनके लिए एक आम बात है ऐसे लोगों को ही हम शराबी पन का शिकार कहते है ।
यह अब आपको तय करना है आपके घर में किस प्रकार का शराबी है।
Read more- शराबी को कैसे सवीकार करें
और दूसरे प्रकार के शराबी वो होते हैं जिनको ना तो सुबह का पता है और ना ही शयाम का पता बस सिर्फ बोतल खुलनी चाहिए। उन लोगों को इस बात की समझ ही नही किस टाइम पर नहीं पीनी है। ऐसे लोगों का ना खाने का टाइम है न सोने का पता है।
ऐसे लोगों का अपने पिने के ऊपर कोई कंट्रोल नही है। ये जरूरत से ज्यादा शराब पीते हैं
ऐसे लोगों को हम शराबीपन का शिकार या बीमार इन्सान कहते है ,और फिर ऐसे लोगों के लिए पीने के बाद हंगामा और मारपीट तो उनके लिए एक आम बात है ऐसे लोगों को ही हम शराबी पन का शिकार कहते है ।
यह अब आपको तय करना है आपके घर में किस प्रकार का शराबी है।
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शारीरिक या मानसिक रूप से जब कोई किसी खास चीज पर इनसान जब निर्भर हो जाता है, तो उस स्थिति को अडिक्शन (लत) कहते हैं। अडिक्शन का क्षेत्र बेहद विस्तृत है, जिसमें शराब से लेकर तंबाकू, हेरोइन या दूसरे ड्रग्स सहित जुआ आदि शामिल है, लेकिन यहां हम शराब की लत पर बात कर रहे हैं।
शराब की लत से छुटकारा पाना आसान होता और नशे की बजाय। लेकिन हमें जयादा शराब पिने वालों से कम उम्मीद होती है लेकिन फिर भी कोशिश जरूर करनी चाहिए।
शराब की लत से छुटकारा पाना आसान होता और नशे की बजाय। लेकिन हमें जयादा शराब पिने वालों से कम उम्मीद होती है लेकिन फिर भी कोशिश जरूर करनी चाहिए।
शराब की लत (ऐल्कॉहॉलिजम) के शिकार लोगों को जब तक शराब न मिले, तब तक वे बेचैन रहते हैं। ऐसे लोग नशे के सेवन से पहले असामान्य रहते हैं और उसे पाने के बाद खुद को सामान्य स्थिति में पाते हैं। यह स्थिति ऐसे लोगों को पूरी तरह बीमार बना देती है। शराब की लत एक लाइलाज बीमारी है।
यह कई बहाने से शरीर में प्रवेश करती है और धीरे-धीरे जिंदगी को अपनी गिरफ्त में ले लेती है। जब यह हद से बढ़ जाती है तो मुक्ति पाने के लिए शराबी बहुत सारे बहाने भी बनाने लग जाता है।
Read more -Home Remedies and ayurvedic tips For Removing Hangover.(शराब का नशा उतारने के लिए घरेलू उपाय)
शराब पीने की लत एक चतुर, शक्तिशाली और मायावी बीमारी है। इसकी गिरफ्त में आने वाला इसे पाने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाता है। शराबी को जब इसकी तलब होती है तो वह झूठ बोलने, कसमें खाने से भी परहेज नहीं करता। वह इस लत के
सामने खुद को कमजोर पाता है और वो हर हालत में शराब पिने के लिए पैसों का इन्तजाम कर ही लेता है।
शराबी और परिवार की पीड़ा-
इस प्रकार के शराबी से ही परिवार बहुत ज्यादा तंग हो जाता है कई बार तो परिवार में सदस्य इनके इस बर्ताव के कारण मरने तक करने की सोच लेते हैं, पर अगर आप सोचती है कि हमारे सुसाइड करने से यह सुधर जाएंगे यह आप की सबसे बड़ी भूल है , क्योंकि अगर उनको कोई समझ होती तो शायद यह इतनी शराब भी नहीं पीते।
इनको अपनी सुधबुध नही होती
फिर आपके होने या न होने कोई फर्क नहीं पड़ता।
इसलिए भूलकर कभी भी यह गलती ना करें। मरने की तो आप सपने में भी ना सोचे क्योंकि वह कुछ भी कर सकता है ।
आप नशे में चूर नहीं हो। अपने लिए जीना सीखें ।अगर आपके घर में भी शराबी है तो सबसे पहले तो आप उसके साथ सोना ही बंद कर दें उसके रूम में भूलकर भी ना सोये। उनको कुछ पता नहीं होता कि वह आपके ऊपर कब अटैक कर दे इसलिए अगर आपके पास कोई दूसरा रूम है तो आपने सोने का इंतजाम उसमे करें।
शराबी व्यक्ति बिमारी का शिकार है
शराबी व्यक्ति के साथ हमेशा बिमार वयक्ति सोचकर बर्ताव करें क्योंकि इतनी पिने वाले कभी भी नॉर्मल नहीं होते। यह एक बहुत ही कड़वी सच्चाई है।
वह अंदर से टूटा हुआ ,जख्मी , बीमार, निराश वयक्ति है।
जिस प्रकार हम कैंसर से पीड़ित वयक्ति को कुछ नहीं कहते और उसकी सेवा करते हैं उसी प्रकार की यह भी मानसिक बीमारी का शिकार है। इसलिए शराबी के साथ कभी भी लड़ाई झगड़ा ना करें।
वह जो बोल रहा है उसको इस तरह अनसुना करें जैसे आपको कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा है।
शराबी गालियाँ बहुत देते है कयोंकि वह शराब के वशीभूत होकर दे रहा है उसको वह कया बोल रहा है, कुछ भी नहीं पता।
वह तो शराब के वश में है पर हम नहीं इसलिए शराबी के साथ कभी भी बुरा बर्ताव ना करें,और उसको बीमार व्यक्ति समझ कर दूरी बना कर रखें।
वह तो शराब के वश में है पर हम नहीं इसलिए शराबी के साथ कभी भी बुरा बर्ताव ना करें,और उसको बीमार व्यक्ति समझ कर दूरी बना कर रखें।
शराबी के साथ जीवन फुल और कांटे जैसा है -
शराबी व्यक्ति के साथ रहना कुछ इस तरह है जैसे गुलाब के फूलों का कांटों के साथ रहना।
शराबी व्यक्ति को झेलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी होता है। कई बार हम औरतें सिर्फ अपने बच्चों की खातिर शराबी व्यक्ति को जिंदगी भर झेलती रहती हैं, क्योंकि हो सकता है हम शराबी व्यक्ति से दूर चले लेकिन अगर भगवान ने किस्मत में दुख ही लिखा है तो वह किसी और प्रकार का भी दे सकता है ।
इसलिए जहां भगवान हमें रखता है वहीं खुशी से रहना चाहिए शायद इसी में हमारे लिए भलाई हो।
एक औरत नमक रोटी खाकर जीवन गुजार सकती है। अगर शराबी पति हो या बेटा तो उसके लिए यह सबसे बड़ा श्राप है ।
शराबी व्यक्ति के साथ जीवन जीना मुश्किल ही नहीं बहुत तकलीफ वाला भी होता है।
यह एक बहुत ही कड़वी सच्चाई है ।
अगर आप भी अपने किसी की शराब पीने से तंग हो तो प्लीज फिर भी भूल कर भी शराबी के साथ किसी भी प्रकार का लड़ाई झगड़ा ना करें। उसे हमेशा बिमार समझकर सेवा करें ।
एक औरत नमक रोटी खाकर जीवन गुजार सकती है। अगर शराबी पति हो या बेटा तो उसके लिए यह सबसे बड़ा श्राप है ।
शराबी व्यक्ति के साथ जीवन जीना मुश्किल ही नहीं बहुत तकलीफ वाला भी होता है।
यह एक बहुत ही कड़वी सच्चाई है ।
अगर आप भी अपने किसी की शराब पीने से तंग हो तो प्लीज फिर भी भूल कर भी शराबी के साथ किसी भी प्रकार का लड़ाई झगड़ा ना करें। उसे हमेशा बिमार समझकर सेवा करें ।
भगवान से प्रार्थना करें कि हे भगवान मुझे इतनी शक्ति दे कि मैं अपने लिए और अपने बच्चों के लिए जी सकूं और इस बीमार व्यक्ति की सेवा कर सकूं।
हे प्रभु मेरे कर्म इस तरह काट दे कि अगले जन्म में ऐसे इंसान के साथ मेरा कोई भी संबंध ना हो जो इस जन्म में है। जितना हो सके ऐसे व्यक्ति की सेवा करके अपने कर्म इसी जन्म में काट लें।
शराब छुड़वाने के घरेलू उपाय-
आइए जानते हैं शराब छुड़वाने के लिए कौन कौन से घरेलू उपाय करें ।
देसी अजवाइन शराब छुड़वाने के लिए सबसे बेहतर उपाय है।
एक अज्वाइन तो हम सब के घर में मिल जाती हैं, लेकिन एक देसी अज्वाइन जो सिर्फ पंसारी की दुकान से ही मिल सकती हैं।
आप उसे ले आएं और एक मिट्टी के बर्तन में 1 किलो पानी में भिगोकर कर रख दें और उसको एक रात के लिए भिगा हुआ रहने दे फिर अगले दिन तब तक पकाएं जब तक पानी पककर एक गिलास ना रह जाए ।
आप धीरे-धीरे उसे धीमी आँच पर पकाये बाद में ठंडा होने के बाद एक बोतल में भर के रख ले। अगर शराबी व्यक्ति की लेने की इच्छा हो तो उसे इच्छा के अनुसार एक चम्मच दे सकते हैं ।अगर वह ना लेना चाहते हो तो फिर आप उसको चाय या दही में मिलाकर भी दे सकते हो। इससे थोड़ा असर कम हो सकता है 100% गारंटी नहीं है कि शराब पीने की आदत छूट जाएगी।
शराब छुड़वाने के घरेलू उपाय-
आइए जानते हैं शराब छुड़वाने के लिए कौन कौन से घरेलू उपाय करें ।
देसी अजवाइन शराब छुड़वाने के लिए सबसे बेहतर उपाय है।
एक अज्वाइन तो हम सब के घर में मिल जाती हैं, लेकिन एक देसी अज्वाइन जो सिर्फ पंसारी की दुकान से ही मिल सकती हैं।
आप उसे ले आएं और एक मिट्टी के बर्तन में 1 किलो पानी में भिगोकर कर रख दें और उसको एक रात के लिए भिगा हुआ रहने दे फिर अगले दिन तब तक पकाएं जब तक पानी पककर एक गिलास ना रह जाए ।
आप धीरे-धीरे उसे धीमी आँच पर पकाये बाद में ठंडा होने के बाद एक बोतल में भर के रख ले। अगर शराबी व्यक्ति की लेने की इच्छा हो तो उसे इच्छा के अनुसार एक चम्मच दे सकते हैं ।अगर वह ना लेना चाहते हो तो फिर आप उसको चाय या दही में मिलाकर भी दे सकते हो। इससे थोड़ा असर कम हो सकता है 100% गारंटी नहीं है कि शराब पीने की आदत छूट जाएगी।
Lastalfaz-
उन परिवारों को भी जरूर शेयर करें जो इस समस्या से बहुत ज्यादा परेशान है क्योंकि अक्सर लोग समझ ही नहीं पाते कि शराबी एक बीमारी का शिकार हैं।
परिवार वालों को लगता है इनकी तो आदत है। नहीं वह अपनी बीमारी की वजह से ऐसा करते हैं ।
जब आप शराबी व्यक्ति को बीमार मानने लग जाओगे तो यह समस्या अपने आप कम होने लग जाएगी और फिर आप शराबी से नफरत नहीं उस पर दया का अनुभव महसूस करेंगे, कयोंकि शराबी हमारी नफ़रत का नही दया का पात्र है।
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