motivational stories in hindi | कहानियां जो हमारी सोच को बदल दे |


TITTLE:- शराबी पिता का बच्चों पर असर- गुरदेव के पास दो बेटे थे।उनमें से एक बहुत ज्यादा शराब का आदी था ,और अपने परिवार के लोगों को अक्सर मारपीट किया करता था, और जबकि दूसरा भाई बहुत बड़ा बिजनेस मैन था। वह समाज में सम्मानित और इज्जत वाला व्यक्ति था।उसका अच्छा खासा परिवार था। 

वो अपने परिवार को बहुत प्यार करता था। लेकिन एक ही बाप द्वारा पाले गए दोनों बच्चो का सब कुछ सोचने का तरीका अलग अलग था।
एक  दिन किसी ने  छोटे भाई शराबी  से पुछा कि आप यह सब क्यों करते हो। आप इतनी शराब के आदी कैसे हो गए हो। आप अपने परिवार के लोगों को क्यों पीटते हो और क्यों तंग करते हो । और आपको यह सब करने की  बुरी आदत कहां से मिली, शराबी व्यक्ति ने जवाब दिया मैंने बचपन से ही अपने पिता को शराब पीते हुए देखा है ।
जो मुझे और मेरी मां, बहन और भाई को सब को पीटता था, इस वजह से मैं शराबी बन गया हूं। मैंने अपने बाप से यही सब कुछ सीखा है..... ।

Reread more- motivational story 


ये भी पढ़े राजा को वरदान कैसे मिला 


Read more- true story हमेशा भगवान् से डरे 

यह भी पढ़े- शराब की कैसे छोड़े 

और जब दूसरे बड़े बिजनेस मैन भाई से पूछा गया आपको यह सब प्रेरणा कहां से मिली ,और आपने अपने जीवन में इतनी बड़ी सफलता कैसे हासिल की ,जो इतना बड़ा बिजनेस खड़ा कर लिया है, तब दूसरे भाई का जवाब था ... 
जब मैं बहुत छोटा था तब मैंने अपने पिताजी को शराब के नशे में धुत और बहुत सारे गलत काम करते हुए देखा था। तब से ही मैंने तय कर लिया था।
मैं कभी भी अपने पिता जैसा  कभी नहीं बनूंगा और कभी भी अपने परिवार को तंग नहीं करूंगा।
मेरे पिताजी ही मेरे लिए प्रेरणा है... 
अब इन दोनों भाइयों में बस एक ही बात का फर्क था दोनों का पिता भी एक ही था पर यहाँ अपनी अपनी सोच की बात थी, 
कि आपने किस बात को अपनाया है। उसी पिता से एक भाई शराबी बना और उसी पिता की वजह से दूसरा भाई बहुत बड़ा बिजनेस मैन बना।
जिसने कभी शराब को छुआ तक नहीं अब यह हम सबके दिमाग के ऊपर डिपेंड करता है, 
कि हम किस बात को हम किस ढंग से फोलो कर रहे हैं । 
प्रेरणा इंसान को रास्ता अपनाने की इच्छा पैदा करती है ।
लेकिन अंत में रास्ता चुनना हमारे हाथ में होता है, हम सही रास्ता चुनते हैं,या गलत।

मेरी इस कहानी से यही शिक्षा मिलती है ,कि जीवन में बुरी और अच्छी दोनों परिस्थितियां आती हैं। वह आपके ऊपर निर्भर करता है, आप कौन सी परिस्थिति से प्रभावित होते हो । जीवन मे सही और गलत दोनों ही तरह के लोग मिलेंगे।
वो आप को तय करना होगा ।
आप कौन सा रास्ते पर चलते हो. मेरी यही कहानी उन लोगों के लिए है जो किसी अपने किसी बहुत करीबी शराबी से तंग है।
अब आप ने तय करना है कि,शराबी से क्या सीखते हो ।

जिंदगी में एक ही नारा फॉलो करो जियो और जीने दो.....

भगवान आप को शराबी को सहन करने की शक्ति दे और शराबी को सद्दबुदी दे वह अपने परिवार को तगं ना करे। 

🙏🙏🙏🙏
मेरी यह कहानी उन परिवारों के लिए है जो  अपने किसी बहुत करीबी शराब पिने वालों से तगं है 
अगर आप को ये कहानी अच्छी लगी हो तो please आप इसको अपने दोस्तों को जरूर शेयर करे ।हो सके ये कहानी पढ़कर किसी की जिंदगी मे बदलाव और सकुन आ सकता है

Thankyou for watching my page please like share and comment 

⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘


Motivational story in English 

TITTLE:--- Alcoholic father has a bad effect on children.

Gurdev had two sons.
One of them was heavily addicted to alcohol, and often beat up his family members, while the other brother was a very big business man. He was a respected and respected person in the society. He had a very good family. 
He loved his family very much. But the two children raised by the same father had different ways of thinking about everything.

One day someone asked the younger brother drunkard why you do all this. How have you become so addicted to alcohol. Why do you beat and harass people in your family? And where did you get inspiration to do all this? The drunk person replied, I have seen my father drinking alcohol since childhood.
Who used to beat me and my mother, sister and brother all. Because of this I have become an alcoholic. I have learned all this from my father….

And when asked the other big business man brother, where did you get all this inspiration from, and how did you achieve such a big success in your life, which has built such a big business. Then the other brother's answer was ... 
When I was very young I saw my father drunk and doing a lot of wrong things. I had decided since then.
I will never be like my father and never tease my family.
My father is the inspiration for me ... 
Now there was only one difference between these two brothers, both of them had the same father, but here it was a matter of their own thinking, 
what you have adopted. 
One brother became an alcoholic from the same father and the other brother became a very big business man because of that father.

Who never touched alcohol now it depends on all of us, 
What we are following in what manner. 
Inspiration creates a desire for man to take the path.
But in the end it is in our hands to choose the path, we choose the right path, or the wrong one.

This is the lesson that I get from this story, that there are both bad and good circumstances in life. It depends on you, which situation you are affected by. There will be both right and wrong people in life.
You have to decide.
Which path do you follow? This is my story for those who are fed up with a very close alcoholic.
Now you have to decide what you learn from an alcoholic.

Follow the same slogan in life, live and let live ..... May

God give you the strength to bear the drunkard and give the drunkard.
This story of mine is for those families who are very close to their very close drinkers. If you like this story then please share it to your friends. can come.
⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘


Second Motivational story
 

TITTLE ---गुरु और आलसी  शिष्य...
कलयुग के गुरु और शिष्य की कहानी
आलसी शिष्य .....
एक लड़का घर से भागकर जंगल में बाबा जी को अपना गुरु मानकर  उनके साथ रहने लगा। बाबा जी को भी हटा कटा लड़का देखकर लालसा हो गई चलो जवान लड़का है ,कुछ तो काम करेगा।
अब लड़का इतना आलसी था कि गुरु जी कोई भी काम कहते उसको ऐसा उत्तर देता है देता कि गुरुजी काम बोलने से पहले 2 बार सोचते की काम कहुँ या नहीं ।
  एक दिन गुरु जी ने लडके को कहा जा बाहर जाकर देख कर आ कहीं बारिश तो नहीं हो रही है और जो बहार सामान पड़ा हो उसको उठा दे ।
लड़का बोला नहीं गुरु जी बारिश नहीं हो रही गुरुजी बोले अंदर बैठे बैठे कैसे बता सकते हो, लड़का बोला गुरुजी बाहर से बिल्ली आई थी मैंने उसके ऊपर से हाथ फेरकर देखा था वह सुखी थी। अब आप मान लो कि बारिश नहीं हो रही है। अब गुरुजी ने दूसरा काम बताया,  चल दिया बुझा दे, बोला गुरुजी आंखें बंद कर लो और सोच लो दीया बुझ गया।
 गुरु जी फिर सोच में पड़ गए तो कोई भी काम बताता हूं उससे पहले जवाब दे देता है, फिर  गुरुजी ने तीसरा काम बोला चल दरवाजा बंद कर दे,  
लड़का बोला गुरुजी दो काम मैंने कर दिये एक काम आप कर लो।
इतना आलसी शिष्य पाकर गुरु जी बहुत तंग आ गये । गुरु जी बोले बेटा तू सोचता है कि कोई बटन हो और बटन दबाते ही सारे काम हो जाए लड़का बातों का बहुत धनी था ,बोला गुरु जी मैं तो बटन भी नहीं दबाना चाहता हूं। बस पडा रहु और काम अपने आप होते रहे ऐसा मेरी सोच है।
 
 गुरुजी बोले बेटा तेरे भविष्य में क्या होगा, लड़का बोला अगर गुरुजी भविष्य ही बनाना होता तो क्या घर से भागकर  बाबा बनने आप के आश्रम में  ही रहने आता। 
गुरु जी समझ  गया जो जवानी में मां बाप को छोड़कर घर से भागकर आ गया वो तेरे क्या काम करेगा।  
अब गुरु जी ऐसे शिष्य को पाकर परेशान थे। कलयुग के इस दौर में ऐसे बच्चे बहुत सारे घरों मे मिल जायेंगे।
 जो सारा दिन फोन को चिपके मे रहते हैऔर सोचते हैं कि फोन ही काम कर दे।
Moral of story (कहानी से शिक्षा )  जो जवानी में अपने माँ बाप को छोड़ सकता है  वो किसी और क्या सुख दे सकता है। 


Motivational story:------
 
Tittle:-----झुठ के पैर नहीं होते 
हवासिंह और उसकी बातें .
 कुछ लोगों को दिखावा करने का बहुत शौक होता है, कोई पद हो मान  प्रतिष्ठा हो हजम नहीं होता। उन्हीं में से एक थे हवा सिंह नाम भी हवा सिंह और बातें भी हवा में उड़ाने वाली ही करने की आदत थी ।
जब कोई दोस्त या रिश्तेदार उसके घर आता तो मोबाइल उठा कर किसी बड़े अधिकारी से बात कर रहा हूं ऐसे लोगों को एहसास कराता था ।
उनकी इस आदत को रिश्तेदार और दोस्त सभी जानते थे। लोगों को उनके बारे में यह भी पता था कि यह अपने एक से दुसरे मोबाइल पर कॉल करता है और किसी बड़े अधिकारी का फोन है ऐसे बोल कर लोंगो को दिखावा करना इसके लिए आम बात है।
पर यह कहावत सच है कि झुठ के कभी पैर नहीं होते। उसकी सोच घटिया दर्जे की थी हवा सिंह को अपनी नौकरी में थोड़ी सी तरक्की क्या मिली हवा सिंह और ज्यादा हवा में उड़ने लगा ।
अपनी तरक्की को पचा नहीं पा रहा था। एक दिन अपने ऑफिस में बैठा था तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया और अंदर आने की इजाजत मांगी।जसै ही आदमी को देखा तो लैंड फोन कान पर लगा लिया और ऐसे बाते करने लगा जैसे स्टेट के सीएम ही खास मित्र हो ।
वह आदमी उसकी बहुत देर तक खड़ा सारी बातें सुनता रहा और अपना काम करने का इंतजार करता रहा। झूठा आदमी सिर हिला हिला कर बातें कर रहा था फोन पर बीच-बीच में कह रहा था कि कोई बात नहीं मैं सब संभाल लूंगा ।आप मुझ पर छोड़ दो सारा काम चिंता करने की कोई बात नहीं है।
कुछ देर बाद उस आदमी से बात खत्म करने के बाद हवा सिंह ने अंदर आने की वजह पूछी आदमी ने कहा सर आपके लैंड फोन की कंप्लेंट थी मैं उसको कनेक्ट करने आया हूं ।
झूठे आदमी का अब मुंह देखने लायक था। कुछ लोग दिखावा करके अपने आप को बड़ा आदमी साबित करना चाहते है। कुछ लोग झूठ बोल कर अपने से बड़े लोगों से दोस्ती है मेल जोल दिखावा इसलिए करते हैं ,कि हमारी पहुंच बड़े बड़े लोगों तक है।
 और मेरा यह मानना है कि हम दोस्तों या रिश्तेदारों से बड़े नहीं बनते हम अपने अच्छे चरित्र अच्छे कामों से बड़े बनते हैं । अगर आपको बड़ा बनना है ,तो अच्छे काम करें हमारे काम से हमारा चरित्र जग जाहिर होता है।
 फिर दिखावा क्यों ?
 इंसान अपने काम और इमानदारी  से खुद सम्मान पाने के योग्य बन जाता है।  हवा सिंह जैसा व्यवहार करोगे तो आप खुद लोगों की नजरों से गिर जाते हो। 

कहानी से सिख ( moral )
हम लोगों को झुठ बोलकर बेवकुफ बना सकते हो पर भगवान् को नहीं,
 वह झूठे लोगों की पोल खोलते देर नहीं लगाता .!!


Motivational Story in hindi 
 TITTLE-कामयाब होने के लिए इच्छाशक्ति का होना जरूरी है।
सुकरात का सफलता का रहस्य..
एक युवक ने सुकरात से सफलता का रहस्य पुछा ?  सुकरात ने उसे दूसरे दिन नदी के किनारे मिलने को  
कहा ।
दूसरे दिन युवक सुकरात से मिलने नदी के किनारे पहुंचा ,तो उन्होंने उसे नदी पर चलने के लिए बोला। सुकरात ने अचानक युवक का सिर  पानी में डुबो दिया युवक ने पानी से बाहर निकलने के लिए छटपटाने लगा।सुकरात काफी मजबूत थे। उनहोंने ने युवक  को पानी में डुबो कर रखा । युवक का शरीर अब नीला पडने लगा।  तब सुकरात ने युवक को बाहर निकाला । युवक ने बाहर निकलते हवा में गहरी सांस ली । सुकरात ने युवक को पुछा पानी के अंदर में किस चीज की जरूरत सबसे ज्यादा महसूस हो रही थी ? युवक ने जवाब दिया हवा की "। सुकरात ने कहा सफलता का यही रहस्य है।  जब  तुम्हें सफलता हासिल करने की वैसी ही तीव्र इच्छा होगी जैसे पानी के अंदर रहते हवा की हो रही थी। तब तुम्हें सफलता अवश्य मिल जाएगी ।

कहानी से शिक्षा (moral of story )
इंसान की गहरी इच्छा हर उपलब्धि के शुरुआती केंद्र होता है ।
जिस तरह की छोटी सी आग की लपटें अधिक गर्मी नहीं दे सकती ।वैसे ही कमजोर इच्छा बड़े नतीजे नहीं दे सकती।

Last alfaaz:---- आज के इस लेख में अगर आपको मेरी यह प्रेरणा देने वाली कहानियां अच्छी लगी तो आप मेरी इन कहानियों को अपने चाहने वाले और दोस्तों को जरूर शेयर करें, और अगर हो सके तो अपनी सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर करें एक छोटी सी प्रेरणा किसी की जिंदगी बदल सकती है, हो सकता है मेरी कोई भी कहानी आपकी किसी अपने की जिंदगी संवार दे तो कृपया करके मेरी इन कहानियों को शेयर करने में कोई  कंजूसी ना करें जितना हो सके अधिक से अधिक शेयर करें। 





एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ