एक शोध के अनुसार यदि इंसान अपने जीवन में पोजिटिव गुणों को धारण कर ले तो हम मामूली सर्दी जुखाम बुखार आदि से ही नहीं कैंसर जैसी भयंकर बीमारियों से भी अपने आप को ठीक कर सकता हैं।
आज संसार में प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी रूप से मानसिक तनाव से पीड़ित है। जीवन की व्यवस्था, स्वार्थ की अभिवृद्धि, अशांत वातावरण, सामाजिक मूल्य में गिरावट, मानसिक तनाव के कारण हमें सीमा से अधिक भोग, क्रोध, लोभ मोह के साथ-साथ मादक पदार्थों का सेवन करना इसका भयंकर परिणाम होता है। इन सब समस्याओं के कारण हमें अनिद्रा, कबज, उच्च रक्तचाप दिल की धड़कन घबराहट आदि रोग उत्पन्न हो जाते हैं।
मन की प्रसन्नता से तनाव जैसे दुखों का निर्माण बहुत आसानी से हो सकता है। इसके लिए व्यायाम और योग सबसे उत्तम उपाय हैं। शारीरिक व्यायाम दंड, बैठक, कुश्ती, प्रातः भ्रमण, बागवानी, कपड़ों की धुलाई, घर की साफ सफाई, जो हर ग्रहणी करती हैं इस प्रकार के काम करने से मानसिक तनाव से दूर रह जा सकते हैं औरअपने आपको को सव्सथ् रख सकते है।
प्रातः काल के भ्रमण से मन खुश रहता है तो तो शरीर में तेज की वृद्धी होती है। जो लोग कसरत नहीं कर सकते उन्हें सुबह का भ्रमण जरूर करना चाहिए और ऐसा करने से लाभ होते हुए देखा गया है।
तनाव के लिए योग है लाभदायक-
तनाव से बचने के लिए योग के प्रमुख आसनो में पद्मासन से मानसिक तनाव को दूर करने में सबसे अधिक उपयोगी माना गया है। प्राणायाम से दीर्घायु की प्राप्ति विकारों से मुक्ति तथा मन की चंचलता एवं उदिग्नता शांत होती है। तनाव को दूर करने के लिए मन को शांत करने वाले पदार्थों को ध्यान से हटाकर सत्य पर ध्यान केंद्रित करने से परम शांति की प्राप्ति होती है।
मन की अशांति को दूर करने का सर्वोत्तम उपाय रामनाम का जाप और ईश्वर का चिंतन है।उसके नाम के जप से सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती हैं। अगर हम अपने जीवन में यह सब करें तो फिर मानसिक तनाव कैसे रह सकता है। यह लोगों का अनुभव किया हुआ प्रयोग है।
झुठ न बोले और तनावमुक्त रहे -
जो लोग ज्यादा झूठ बोलते हैं उनको भी मानसिक तनाव बहुत ज्यादा होता है , इसलिए हमेशा मानसिक तनाव से बचने के लिए हमेशा सत्य बोलो, सच का आचरण ग्रहण करो। एक झुठ को सच साबित करने के लिए अनेक झूठ बोलने पड़ते हैं तथा मन का तनाव बढ़ता जाता है। क्योंकि सत्य बोलने से सदाचार से ठीक किया जा सकता है।
सच बोलने के लिए कोई प्लान नहीं बनानी पड़ती और झूठ बोलने के लिए सौ झूठ बोलने पड़ते हैं।
गुस्सा तनाव को बढाता है -
जिन लोगों को बहुत ज्यादा गुस्सा आता है उन लोगों को भी मानसिक तनाव बहुत जल्दी घेर लेता है।, क्योंकि क्रोध से कभी भी शांति को हासिल नहीं कर सकते और गुस्से को शांति से जीतकर तनाव मुक्त रह सकते हैं। सुख दुख, लाभ हानि, जीवन मरण आदि अनुकूल प्रतिकूल परिस्थितियों से कभी गलत नहीं होता जैसी भी परिस्थिति आए उसे ईश्वर की इच्छा समझकर स्वीकार करने से मानसिक तनाव से बचा जा सकता है, क्योंकि जीवन में उतार-चढ़ाव होना एक इंसान के लिए स्वभाविक सी बात है । अगर बरसात होती है तो पतझड़ भी आती है इसलिए समझने की कोशिश करें हमारा जीवन परिवर्तनशील है, और इन छोटी-छोटी बातों को लेकर अपने मन में किसी भी प्रकार का तनाव ना लाएं।
जप करें और तनाव मुक्त रहे-
तनाव से बचने के लिए राम नाम जपने में शांति अवश्य मिलेगी आज विकसित देश भी इस बात को फॉलो कर रहे हैं। जिनके पास सारी सुख सुविधाएं हैं, पर्याप्त धन संपत्ति हैं, वो लोग भी ज्यादातर तनाव युक्त एवं भावनात्मक तनाव से कष्टों को भोग रहे हैं। विश्व के सुप्रसिद्ध डाक्टरों का मत है कि हार्ट अटैक बहुत बड़ा कारण मानसिक तनाव है। हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां भी मानसिक तनाव का कारण होता है। जितना ज्यादा धन उतना ही तनाव बढ़ता चला जाता है।,
इसलिए धन कमाने के साथ-साथ राम नाम का जप करना भी बहुत जरूरी है। क्योंकि इंसान के लिए मानसिक शांति से बड़ा कोई धन नहीं है,अगर घर में शांति ही नहीं तो धन दौलत किसी काम की नहीं। हम अपने स्वास्थ्य को धन दौलत से ठीक नहीं कर सकते इसलिए स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है।
अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए मानसिक तनाव से दूर रहें और अपने जीवन में पोजटीव सोच रखें और धर्म की राह पर जरूर चले यह तभी संभव हो सकता है। अगर आप किसी भी धर्म को फॉलो करते हो जिस भी धर्म को मारना चाहते हो उसकी पूजा पाठ में कुछ देर के लिए सही थोड़ा समय अवश्य निकालें।
चरित्रवान बने -
जीवन को उंचा उठान वाली बातें
अगर आप भी अपने जीवन में चरित्र को ऊंचा उठाना चाहते हैं तो दूसरों के दोष देखना बंद करे। अपने आप से किसी को छोटा ना समझो, अपने दोषो को स्वीकार करो, अपने पास एक डायरी डायरी रखो रात को उसे हर रोज देखो और कल से कोई दोष या बुरा कर्म नहीं होंगे ऐसा दृढ़ निश्चशय अवश्य करो।
दूसरो के द्वारा बुरा बर्ताव होने पर भी उसके साथ अच्छा ही करूंगा ऐसी कल्पना करो। अपनी और से पहले ही सबसे अच्छा बर्ताव करो जो आपकी बुराई करे उसके साथ भी नम्रता और विनय से रहो। झूठी चापलूसी ना करो, दूसरों को सम्मान दो,अगर खुद भी सम्मान पाना चाहते हो तो पहले, दूसरों को इज्जत देना सीखो तभी आप को इज्जत मिल सकती हैं।
अच्छी बातों को हमेशा याद रखा करो शास्त्रों में कहा गया कि अपने को सदा विद्यार्थी ही समझो। समझदारी का होने का अभिमान ना करो, सीखने की धुन रखो, मीठा बोलो , ताना ना मारो, कड़वी जुबान ना कहो, बीच में ना बोलो, बिना पूछे किसी को सलाह मत दो, हमेशा सच बोलो, अधिक ना बोलो, बिना वजह के हंसी मजाक ना करो, निंदा चुगली से दूर रहो, ना गाली सुनो, ना किसी को गाली दो।शाप या वरदान जैसे शब्दों का इस्तेमाल न करो।
जादू टोना, नकली नोट बनाने वाले, आंकड़ा बताने वाले, सोना साफ करने वाले, सट्टा बताने वाले आदि लोगों से सावधान रहें , ऐसा करने वाले लोग ठग ही होते हैं। ऐसे लोगों से हमेशा सावधान रहें।
स्वस्थ आहार का सेवन करो-
एक स्वस्थ शरीर तनाव से निपटने के लिए बेहतर तैयार होता हैं, तो आप क्या कहते हैं इसके प्रति जागरूक होना जरुरी है। सही नाश्ते के साथ अपने दिन की शुरुआत करें, और दिन भर में संतुलित, पौष्टिक भोजन के साथ अपनी शारीरिक ऊर्जा बनाए रखें।
कैफीन और चीनी कम करें: अपने आहार में कॉफी, शीतल पेय, चॉकलेट और चीनी नाश्ते की मात्रा को कम करे।
* शराब और सिगरेट से दुर रहे-
शराब या नशीले पदार्थों तनाव से बचने का आसान तरीका हो सकता है लेकिन यह केवल अस्थायी है। लंबे समय में यह आदतें परेशानी बड़ा देती हैं।
नींद पुरी करें- पर्याप्त नींद, आपके मन, साथ ही आपके शरीर के लिए बहुत जरुरी है। शारीरिक और मन की थकान किसी भी तनाव को बड़ा देती
सतंसग का पालन करें -
जीवन में खुशियां अगर आप चाहते हो तो हमेशा जहां पर सत्संग, रामायण पाठ, भागवद का पाठ, गीता का पाठ आदि प्रवचन हो रहा हो तो वहां पर अवश्य जाएं। जहां पर प्रभु नारायण आदि कोई भी देवी देवता का भजन कीर्तन, दर्शन, आरती हो ऐसी जगह जरूर शामिल हों जाये, देव दर्शन, मंदिर , तीर्थों की यात्रा में जहां सच्चे संत महात्मा साधु ऋषि गण आदि के दर्शन होते हो तो वहां पर जाने से किसी प्रकार का भी शंका ना करें।
हमेशा ऐसी जगह निष्काम भाव से दीन दुखियों की सेवा करते रहो, स्कूल कॉलेज मंदिर देवालय धर्मशाला हॉस्पिटल बनाने में जितने मदद हो सके उन कामों में जरूर शामिल हो। अबला नारी वृद्ध, साईं भक्ति अपन गांव की बीमारी लोगों की सेवा जरूर करो, संकटग्रस्त, बाढ, तूफान एक्सीडेंट के कारण संकट से घिरे लोगों की सहायता में किसी भी प्रकार की करने में कुंठा ना करें। बल्कि उनकी आगे बढ़कर मदद करें ऐसा कामों में शामिल जरूर होना चाहिए।
आराम करने का समय निश्चित करें-
विश्राम के लिए अलग से समय निकालिये अपनी दिनचर्या में अपने लिए आराम का समय जरूर निकालें, इन समय में अपने आपको सभी जिम्मेदारियों और दायित्वों से दूर रखें और अपने मन को शांत रखने की कोशिस करे हर दिन कुछ ऐसा करिये जिससे आपको आनंद मिले: ऐसी गतिविधियों या काम जोकि आप खुशी देते हों, उनके लिए समय अवश्य निकालिये, चाहे वह कितना भी छोटा या आसान सा काम हो।
समाज से जुड़े-
सामाजिक मेलजोल सबसे ताज और कुशल तरीका है,तनाव कम करने का। अपनी परेशानी को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ जिस पर आप भरोसा करते है सिर्फ जाहिर करने से ही तनाव को काफी हद तक काम किया जा सकता है। यह जरुरी नहीं की जिस इंसान से आप अपनी परेशानी के बारे में बात कर रहे है वह उसका हल बता पाए, परन्तु अपनी परेशानी किसी से सिर्फ जाहिर करने से ही आप अपने मन को हल्का महसूस करते है और उनसे निपटना का तरीका भी खुद ही ढूंढ सकते है। जहाँ आप काम करतें हैं वहाँ पर सहयोगियों के साथ मेजजोल बढाये और नये लोगों से मिलकर एक ग्रुप बनायें ।
तनाव से बचने के लिए कुछ टिप्स अपनाये-
वयर्थ की चिंता से बचें,
जो लोग आपको तनाव देते हैं, उनसे दूर रहें।
उन परस्थितियों को बदलें जो तनाव का कारण हैं
तनाव के साथ सामंजस्य स्थापित करने की कोशिश करें
जिन चीजो को आप बदल नहीं सकते,उन्हें स्वीकारें
जिन लोगों ने आपके साथ गलत किया है उन्हे माफ करना सीखें।
अपनी भावनाओं को मन में रखने की बजाय, दुसरो के सामने व्यक्त करना सीखें।
परस्थितियों के साथ समझौता करना सीखें।
अपनी बात कहना सीखें
जियो और जीने दो का मन्त्र अपनाये।
अगर आप तनाव मुक्त रहना चाहते है तो अपने जीवन में इन सब बातों को फॉलो करें। जीवन तनावमुक्त होना चाहिए क्योंकि जीवन एक बार मिलता है यह बहुत ही अमूल्य और बेशकीमती होता है, इसलिए व्यर्थ की चिंता ना करें। अपने जीवन की बर्बादी ना करें स्वास्थ्य से बड़ा कोई धन नहीं है । अगर स्वास्थ्य सही नहीं है तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको स्वास्थ्य खरीद कर नहीं दे सकती अपने स्वास्थ्य की रक्षा हमें खुद करनी पड़ती हैं।
Posted by-kiran
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